





नेशनल आवाज़
राजपुर :- प्रखंड के ई किसान भवन परिसर में खरीफ महोत्सव सह कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन प्रखंड कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार मांझी, कृषि वैज्ञानिक हरगोविंद जयसवाल, प्रखंड उद्यान पदाधिकारी मुन्ना कुमार सिंह, उप परियोजना निदेशक बेबी कुमारी,प्रक्षेत्र सहायक निदेशक शेखर किशोर, प्रमुख प्रतिनिधि सुनील गुप्ता ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया. कृषि वैज्ञानिक डॉ हरगोविंद जायसवाल ने बताया कि बदलते मौसम के साथ किसानों को अब जलवायु अनुकूल खेती करने की जरूरत है.
जलवायु में हो रहे परिवर्तन से खेती पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. जिसको लेकर कृषि विभाग के तरफ से कई प्रकार के प्रजाति के धान के बीज उपलब्ध कराए गए हैं. किसान भौगोलिक परिस्थिति के अनुसार धान की रोपनी करेंगे. अधिक पानी वाले जगह पर नाटी मंसूरी एवं कम पानी वाले जगहों पर कतरनी एवं अन्य प्रजाति के धान की खेती करेंगे.लंबी अवधि वाले पौधे के लिए धान का बिचड़ा 10 जून तक एवं कम अवधि वाले के लिए आगामी 25 जुलाई तक किसान अपने खेतों में बिचड़ा डालेंगे.खरपतवार के लिए जैविक विधि का उपयोग करें. प्रक्षेत्र सहायक निदेशक शेखर किशोर ने किसानों को जैविक कार्य योजना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 2022 से 25 के लिए किसानों को जैविक खेती करने के लिए राजपुर, बारूपुर एवं कैथहरकला पंचायत का चयन किया गया है. समूह बनाने वाले किसानों को प्रति किसान ₹11500 का भुगतान कर दिया गया है.यह किसान अपने खेतों में जैविक तरीके से खेती कर फसल को लगायेंगे.
वर्तमान में रासायनिक खेती होने से खाद्य पदार्थों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है जो हमारे शरीर को भी प्रभावित कर रहा है.आत्मा के उप परियोजना निदेशक बेबी कुमारी ने किसानों के आर्थिक उन्नति के साथ सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए एनपीसीआई कराने पर जोर दिया. प्रखंड कृषि पदाधिकारी सुधीर मांझी ने किसानों को सरकार के तरफ से मिलने वाली योजनाओं का लाभ लेने पर बल दिया.प्रखंड उद्यान पदाधिकारी मुन्ना कुमार सिंह ने उद्यान से संबंधित जानकारी देते हुए कहा कि किसान आम, अमरूद एवं केला के लिए हॉर्टिकल्चर के वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं. एक हेक्टेयर आम की खेती करने के लिए ₹60000 अनुदान किसानों को दिया जाएगा.एक एकड़ में लगभग एक सौ पौधारोपण होगा. जिसमें 80 से 90% पौधा जिंदा रहने पर सभी राशि का भुगतान होगा. प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किसान समूह बनाकर मिनी स्प्रिंकलर एवं ड्रिप सिंचाई अपने खेतों में लगा सकते हैं. जिससे फसलों की पैदावार अच्छी होगी. मुखिया अनिल सिंह ने किसानों की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि बीज वितरण के समय अधिकतर किसान वंचित हो जाते हैं. इस पर ध्यान देने की जरूरत है. प्रगतिशील किसान मिथिलेश पासवान ने कहा कि किसानों को जो बीज मिलता है वह गुणवत्तापूर्ण नहीं है. कृषि विभाग के तरफ से जो किसानों को सलाह दिया जाता है वह तो उचित है.
लेकिन अभी भी हर खेत तक पानी उपलब्ध नहीं होने से अधिकतर किसान समय पर बिचड़ा नहीं डाल पाते हैं. दुकानों पर सही दवा भी नहीं मिलता है. कृषि समन्वयक संजय कुमार सिंह ने कृषि संबंधित सभी योजनाओं पर प्रकाश डालकर किसानों को लाभ लेने के लिए अपील किया. इस मौके पर प्रगतिशील किसान अंकित कुमार सिंह, अनिल सिंह, रमेश सिंह, लाल बिहारी सिंह, चंदन सिंह ,दिनेश्वर सिंह, वंश नारायण राम के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे.कार्यक्रम का संचालन एटीएम योगेश कुमार मिश्र ने की.प्रशिक्षण में सभी कृषि समन्वयक एवं कृषि सलाहकार मौजूद रहे.