जस्टिस यशवंत वर्मा के घर मिला अधजले करोड़ो का नोट सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर मिल रही प्रतिक्रिया






नेशनल आवाज़ :- दिल्ली हाई कोर्ट के जस यशवंत वर्मा के घर लगी आग बुझाने के दौरान करोड़ों रुपए का जले नोट देखा गया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है.सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं.यूजर्स अशफाक ने लिखा कि समझ नहीं आ रहा यह नोटों का भंडार किसका है ? जज साहब तो ईमानदार हैं, सजा के तौर पर इनका सिर्फ ट्रांसफर किया गया है.
सोमनाथ ने लिखा दिल्ली हाई कोर्ट के जज के घर से करोड़ों रुपए का जखीरा मिला मोदी सरकार चुप क्यों ? श्याम ने लिखा आम जनता महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त है. इन लोगों ने देश का बेड़ा गर्ग कर दिया है.ऐसे लोग देशद्रोही हैं. इस तरह की बहुत सारी प्रतिक्रिया एक्स पर मिल रही है. जिसकी काफी किरकिरी भी हो रही है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए इन्हें तत्काल प्रभाव से इलाहाबाद ट्रांसफर कर दिया है.
जज संजीव खन्ना ने कहा गहरी जांच की जरूरत
फिलहाल अन्य केश देखने से रोक लगा दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस यशवंत वर्मा और दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डीके उपाध्यक्ष की रिपोर्ट और यशवंत वर्मा के बचाव को सार्वजनिक किया है. जिस रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस द्वारा दी गई कुछ फोटो और वीडियो भी शामिल है. जिसमें जले हुए नोट नजर आ रहे हैं.हालांकि रिपोर्ट के कुछ हिस्सों को रिडेक्ट किया गया है, यानी काले रंग से छिपाया गया है. दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा पर आरोप लगे हैं की नई दिल्ली स्थित उनके आधिकारिक निवास से भारी मात्रा में नगदी मिली थी. 14 मार्च को उनके निवास के एक स्टोर में आग लगी थी.
जहां पर कथित तौर पर उनके घर से बड़ी मात्रा में कैश मिला था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय को एक प्रारंभिक पूछताछ करने को कहा था. डीके उपाध्याय ने अपनी चिट्ठी में चीफ जस्टिस संजीव खन्ना को कहा है कि इस मामले में एक गहरी जांच की जरूरत है.वही जस्टिस यशवंत वर्मा ने दावा किया है कि स्टोर रूम में उन्होंने या उनके परिवार वालों ने कभी कैश नहीं रखा और उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है. फिलहाल यह मामला काफी पेचीदा बना हुआ है.जिसको लेकर अभी जांच जारी है.