आवासीय बाल विद्या निकेतन के छात्र प्राचीन कलाकृति एवं इतिहास की जानकारी के लिए हुए रवाना
आंखों से देखकर करेंगे पढ़ाई
नेशनल आवाज़ /राजपुर :- आवासीय बाल विद्या निकेतन तियरा के छात्रों का जत्था ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करने के लिए मंगलवार को रवाना हुआ. इससे पूर्व शिक्षक दिवस के अवसर पर सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर केक काटकर इन्हें याद किया गया.
छात्रों के जत्थे को विद्यालय के निदेशक राजेश रंजन , प्रधानाध्यापक अरुण सिंह ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. छात्रों को संबोधित करते हुए निदेशक राजेश रंजन सिंह ने कहा कि बिहार के सासाराम में अवस्थित शेरशाह का मकबरा अद्भुत कला का परिचायक है .अति प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय शिक्षा के मिशाल के रूप में जाना जाता है.
वहाँ जाकर आप संकल्प ले कि कड़ी मेहनत करके अच्छी शिक्षा हासिल कर देश का नाम रौशन करेगे.जिस तरह से जापान, चीन तकनीक के मामले में आगे है.उसी तरह भारत को भी समृद्ध देश बनाने का काम करेंगे.अरुण सिंह ने कहा कि ऐतिहासिक स्थलों को देखने से बच्चों के बीच प्रतिभा का निखार होता है.
बच्चों को पढ़ाई के लिए रटने से बेहतर जाकर देखने और समझने से जिज्ञासा बढ़ती है. इस मौके पर शिक्षिका पम्मी कुमारी, खुशबू कुमारी ,अंजिता कुमारी, प्रियांशु कुमारी, लक्ष्मी सहित अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे.इन सभी छात्रों को सासाराम ,नालंदा विश्वविद्यालय का खंडहर, राजगीर की पहाड़ियों तथा गया में महात्मा गौतम बुद्ध के ज्ञानस्थली जैसे स्थानो पर बच्चों को घुमाया जाएगा तथा उन सभी स्थानों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी.