





नेशनल आवाज़
राजपुर :- प्रखंड के विभिन्न गांव में अब अतिक्रमण अभियान चलाया गया जाएगा. जिसको लेकर सरकार के तरफ से जारी निर्देश के आलोक में सभी गांव में अतिक्रमण करने वाले लोगों को समय-समय पर नोटिस भेजा जा रहा है.पिछले कई वर्षों से लगातार भूमिगत जलस्तर नीचे होने से पेयजल की समस्या गंभीर होती जा रही है. जिस समस्या के निदान के लिए सरकार ने जल जीवन हरियाली योजना को लागू किया है. इसी योजना के तहत बड़े बड़े तालाब की खुदाई की जा रही है .गांव में पहले से मौजूद तालाबों का जीर्णोद्धार भी किया जा रहा है. इसके अलावा जल संचय के सभी स्रोतों का सर्वेक्षण कर उसे बचाने की कोशिश की जा रही है.जिसके लिए 15 वे वित्त योजना के तहत सरकार के तरफ से योजना बनाकर काम किया जा रहा है.अभी तक इस अभियान के आलोक में एक पंचायत में लगभग 30 से 40 प्राचीन कुआं का मरम्मत कराया गया है. प्रखंड स्तर पर 10 बड़े अमृत सरोवर की खुदाई की जा रही है.जिसका काम अभी चल रहा है. इन तालाबों की खुदाई हो जाने से इसमें साल भर पानी मौजूद रहेगा.तालाब में मछली पालन के अलावा सिंचाई के उपयोग में पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे भूमिगत जलस्तर भी बना रहेगा. इन तालाबों से लोग आर्थिक उन्नति भी कर रहे हैं. इसके लिए अधिकारियों के निर्देश पर वैसे भूमि की तलाश की जा रही है. अंचल कर्मी गांव गांव में जमीन की तलाश कर रहे हैं. सरकारी आंकड़े पर गौर करें तो एक गांव में लगभग छह बड़े बड़े तालाब पोखर मौजूद थे. बदलते समय के अनुसार लोगों ने तालाबों में मिट्टी भरकर यहां अपना आशियाना बना दिया है. जिसे खाली करने के लिए नोटिस की जा रही है.अंचल कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अब तक लगभग 800 से अधिक लोगों को नोटिस किया गया है .अतिक्रमण वाद अधिनियम के तहत भेजे गए नोटिस के बाद भी लोग अभी इस जमीन को खाली नहीं किए हैं. कुछ जगहों पर प्रशासन के कड़े तेवर के बाद खाली कराया गया है. फिर भी अभी लोगों का अतिक्रमण बना हुआ है.बीडीओ इंदुवाला सिंह ने बताया कि इसके लिए अभियान शुरू किया गया है. अंचलाधिकारी के सहयोग से नोटिस भेजा जा रहा है. साथ ही ऐसे लोग जिन्होंने जल संचय वाले जगह पर आवास योजना मद से आवास बना लिए हैं. उन्हें भी अब दूसरे जगह शिफ्ट किया जाएगा. जिसकी कवायद शुरू कर दी गयी है.