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अपनी मंजिल का रास्ता स्वयं बनाये
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क्रांति की धार विचारों के शान पर तेज होती है । भगत सिंह
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संगराव के युवक ने बिहारशरीफ में रेलवे ट्रैक पर की खुदकुशी

नवादा के इंडसइंड बैंक में मैनेजर के पद पर था कार्यरत

नेशनल आवाज़ 
राजपुर :- थाना क्षेत्र के संगराव गांव का रहने वाला युवक विनय कुमार सिंह पिछले दो दिनों से नवादा जिला से गायब हो गया था. जिसका शव सोमवार की देर रात गांव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. मंगलवार की सुबह घटना की चर्चा होते ही सैकड़ों की तादाद में ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गयी. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार विनय कुमार सिंह पिता गोरख सिंह पिछले चार वर्षों से नवादा जिला में इंडसइंड बैंक में कार्यरत था. 18 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन वह अपने नवादा स्थित आवास से टहलने के लिए घर से निकला था. उस समय इसने अंतिम बार अपनी मां से फोन पर बात कर बताया कि मैं अभी मंदिर में पूजा करने जा रहा हूं. कुछ समय बाद बात करेंगे. दोबारा उसका फोन नहीं आया. कुछ घंटे बाद जब परिजनों ने दोबारा बात करने के लिए फोन लगाया तो उसका मोबाइल बंद मिला. देर शाम तक बात नहीं होने पर इसकी खोजबीन शुरू कर दी गयी. जिसका पता नहीं चला. नवादा पहुंचे पिता गोरख सिंह ने स्थानीय थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया.जिसमें पुलिस आसपास के क्षेत्रों में तलाश कर रही थी.उसके मोबाईल सर्विलांस के आधार पर खोजबीन जारी थी.इसी आधार पर उसके शव को बिहार शरीफ के तुंगी रेलवे हाल्ट के नजदीक उसके क्षत विक्षत शव को रेलवे पुलिस ने बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद पहचान के लिए सदर अस्पताल में रख दिया था.जिसकी सूचना पर पहुंचे परिजनों ने शव की पहचान कर अपने घर लाया.शव पहुंचे ही गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है.बाजार की सभी दुकाने भी बंद है.ग्रामीणों ने बताया कि वह हंसमुख स्वभाव का लड़का था .आखिर यह किसी के द्वारा हत्या की गयी है या फिर आत्म हत्या है.यह जांच के बाद ही पता चल पायेगा.
बुझ गया घर का इकलौता चिराग
विनय कुमार सिंह अपने माता पिता का इकलौता संतान था. पिछले चार वर्षों से वह नवादा में इंडसइंड बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत था. घटना के बाद इसकी मां एवं परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है.गांव में भी काफी उदासी छाई हुई है. हर लोगों की जुबान पर भी चर्चा है कि आखिर इस घर को चलाने वाला अब कौन होगा ? इकलौता चिराग बुझ गया. परिजनों ने बताया कि यह किसी को उम्मीद नहीं थी कि इस तरह की घटना हो सकती है. गांव में भी काफी मायूसी है.

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