मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाबा बरमेश्वर नाथ मंदिर में अतिथि गृह का किया शिलान्यास
सांसद अश्वनी चौबे ने प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया स्वागत
नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के ब्रह्मपुर स्थित बाबा बरमेश्वर नाथ मंदिर परिसर में शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहुंचकर अतिथि गृह सहित करोड़ो की लागत से बनने वाली कई योजनाओं का शिलान्यास किया. मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण के फेज टू के तहत होने वाले कार्यों के बारे में इन्होंने संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया.बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज होने के बाद भी होने वाले इस दौरे से लोगों में काफी चर्चा बना रहा. बाबा ब्रह्मेश्वर धाम पहुंचते ही सांसद अश्वनी चौबे ने इन्हें प्रतिक चिन्ह देकर स्वागत किया. दोनों साथ होकर मंदिर के अंदर प्रवेश कर पूजा अर्चना किया.
उन्होंने महाआरती में भाग लेने के साथ ही पर्यटन विभाग द्वारा फेज वन के तहत कराए गए मंदिर सौदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण किया. फेज वन का उद्घाटन के साथ ही फेज टू के तहत इस मंदिर में लगने वाले दो गेट, बस स्टैंड, पार्किंग तथा अतिथि गृह निर्माण का शिलान्यास किया. उनके साथ बिहार भाजपा के कद्दावर नेता व केन्द्रीय मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे, बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी समेत जदयू व भाजपा के कई नेता मौजूद थे. मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम से राजद समेत गठबंधन के नेताओं ने दूरी बना रखी थी, जो इस बात की तस्दीक कर रही थी कि बिहार में गठबंधन टूट चुका है.
सिर्फ इसकी औपचारिक घोषणा बाकी रह गई है. हालांकि इस दौरान मुख्यमंत्री बिना कुछ कहे ही निकल गए. केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बयान इस बात की ओर इशारा कर रहे थे कि नीतीश कुमार फिर से एनडीए में शामिल हो रहे है. केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मैं ही पहली बार इन्हें लेकर यहां आया था और इस बार भी मैं ही लाया हूं.केन्द्रीय मंत्री ने इशारों इशारे में ही कहा कि होयहि वही जो राम रचि राखा.. केन्द्रीय मंत्री के इस बयान तथा कार्यक्रम में राजद तथा इडी गठबंधन के अन्य घटक दलों के बदले भाजपा नेताओं के शामिल होने से मुख्यमंत्री के बिना कुछ कहे ही लोग यह जान चुके है कि बिहार में फिर से सत्ता परिवर्तन होने वाला है.
संत एवं न्यायाधीश रहे साथ
बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ मंदिर तथा शिवगंगा सरोवर के जीर्णाेद्धार के अवसर पर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के साथ अंतर्राष्ट्रीय संत व परम पूज्य जीयर स्वामी जी महाराज, रांची उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉक्टर शिवानंद पाठक, दियरांचल पीठाधीश्वर उद्धव प्रसन्न स्वामी, धर्मेंद्र तिवारी, डुमरांव राजघराने के महाराजा चंद्रविजय सिंह सहित कई अन्य गणमान्य उपस्थित थे. जिन्हें डीएम अंशुल अग्रवाल ने बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ का प्रतीक चिन्ह एवं शाल देकर सम्मानित किया. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें भोजपुरी सम्राट भरत शर्मा, लोक गायक विनय मिश्र एवं लिटिल स्टार आर्यन बाबू ने अपने गीत संगीत से समा बांध दिया. कार्यक्रम में डीडीसी महेंद्र पाल, पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, गंगा समग्र दक्षिण बिहार प्रांत के संयोजक शंभूनाथ पांडेय, गहौना पंचायत के पूर्व मुखिया कमलदेव ओझा समेत हजारों लोग उपस्थित थे.