जनजातीय बहुल इलाकों में सरकार की योजनाओं से होगा विकास :डीएम
नेशनल आवाज़ /बक्सर :- जिला समाहरणालय सभा कक्ष में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया.जिसका उदघाटन डीएम अंशुल अग्रवाल ने किया.इससे पूर्व जमुई जिला में आयोजित मुख्य मेगा इवेंट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय लोगों के उत्कर्ष हेतु धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (DAJGUA) का शुभारंभ किया.कार्यक्रम में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के बारे में जागरूक करने एवं विभिन्न योजनाओं से लाभुकों को आच्छादित करने हेतु समाहरणालय परिसर में जीविका PM JANDHAN खाता खोलने, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड निर्माण, आवास योजना एवं अन्य योजनाओं से संबंधित स्टॉल लगाया गया.
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान क्या है?
मूल रूप से पीएम जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान (पीएम-जुगा) नाम से शुरू की गई यह योजना अनुसूचित जनजाति बहुल गांवों में मौजूदा योजनाओं को लागू करने के लिए एक फ्लैगशिप योजना है.इस पहल का उद्देश्य भारत सरकार के विभिन्न 17 मंत्रालयों और विभागों द्वारा कार्यान्वित 25 हस्तक्षेपों के माध्यम से सामाजिक बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका में अंतराल को दूर करना है.DAJGUA के अंतर्गत नवीन योजनाएं यथा आदिवासी होम स्टे, सतत आजीविका वन अधिकार धारक (एफआरए), सरकारी आवासीय विद्यालयों और छात्रावासों के बुनियादी ढांचे में सुधार, सिकल सेल रोग (एससीडी) के निदान के लिए उन्नत सुविधाएं, जनजातीय बहुउद्देशीय विपणन केंद्र (टीएमएमसी) इत्यादि का प्रावधान है.
धरती आबा का तात्पर्य 19वीं सदी के आदिवासी नेता और झारखंड के उपनिवेशवाद-विरोधी प्रतीक बिरसा मुंडा से है
प्रतिवर्ष 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाता है. यह चौथा जनजातीय गौरव दिवस है. 15 से 26 नवंबर तक जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा.जिलाधिकारी ने कहा कि बिरसा मुंडा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान योद्धा और आदिवासी नेता थे. जिन्होंने आदिवासी समाज के उत्थान हेतु और ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.बिरसा मुंडा का जीवन आदिवासी समुदाय की कठिनाई और ब्रिटिश सरकार के अत्याचारों और सामाजिक सुधार की प्रेरणादायक कहानी बताती है. बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज को संगठित किया और उनके अधिकारों को प्रति भी उनको जागरूक किया.इस कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त डॉ महेंद्र पाल,जिला कल्याण पदाधिकारी,सभी अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी, सभी प्रखंड कल्याण पदाधिकारी, प्रभु कुमार गोंड राष्ट्रीय संगठन सचिव अखिल भारतीय गोंड एवं आदिवासी संघ एवं छितेश्वर गोंड, जिला अध्यक्ष गोंड एवं आदिवासी संघ तथा 250 अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोग एवं अन्य उपस्थित थे.