चौसा में पेयजल संकट गहराया जलमीनार से पेयजलापूर्ति ठप्प पीएचईडी ने बोरिंग को सात दिनों में भी नहीं किया दूर








नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के नगर पंचायत चौसा स्थित नरबतपुर शेरशाह गढ़ के पास बने जलमीनार की मोटर में तकनिकी खराबी के चलते पिछले सात दिनों से पेयजलापूर्ति बंद हो जाने से हजारों की आबादी के समक्ष पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है. ग्रामीणों ने बताया कि चौसा जलमीनार की बोरिंग के मोटर में तकनिकी फाल्ट आ जाने के चलते बोरिंग विगत सात दिनों से बंद है. जिसकी जानकारी विभागीय पदाधिकारियों के यहाँ भी दी गई परंतु आज तक उसे ठीक नहीं किया गया.
नरबतपुर व चौसा के लोगों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है.बता दें कि 75 हजार गैलन क्षमता का शेरशाह गढ़ पर बने जलमीनार के पानी की सप्लाई नरबतपुर के साथ बारा मोड़, चांदी मोड़, दुर्गा मंदिर, बाजार, कृष्णापुरी, बहादुरपुर गांव तक की जाती है. उक्त जगहों पर बसर करने वाले अधिकत्तर परिवारों के घरों में जलमीनार का पानी ही सप्लाई होता है. ऐसे में विभागीय उदासीनता व लापरवाही के चलते सात दिनों से खराब उक्त जलमीनार के मोटर की खराबी को आज तक ठीक नहीं किये जाने से हजारों लोगों के समक्ष पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है.पेयजल को लेकर इधर-उधर भटकने को मजबूर लोगों में अब पीएचईडी विभाग प्रति धीरे-धीरे आक्रोश पनपने लगा है.पीएचईडी के जेई आर. के. राम ने बताया कि जलमीनार के बोरिंग का मोटर खराब हो गया है. दुसरा मोटर बदलने की कार्रवाई की जा रही है. एक-दो दिनों में नया मोटर बदल दिया जायेगा.