नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में अब तक 18 की हुई मौत, कुंभ जाने के लिए मची होड़ में जमा हुई थी भींड़






नेशनल आवाज़ :- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को बड़ा हादसा हो गया. इस रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ जाने वाली दो ट्रेन लेट हो गई थी. जिससे यात्रियों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी. इससे वहां अफरा तफरी का हालात बन गया.जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई. दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल के चीफ मेडिकल ऑफिसर ने इन मौतों की पुष्टि की है. महाकुंभ के अवसर पर दो ट्रेनों के लेट होने की वजह से स्टेशन पर रात लगभग 8:00 बजे प्लेटफार्म 14 और 15 पर यात्रियों ने प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में सवार होने की कोशिश की जिस दौरान यह हादसा हो गया. बताया जा रहा है कि कई लोग घायल है. जिनका इलाज किया जा रहा है. कुंभ के दौरान इससे पहले 10 फरवरी 2013 को प्रयागराज स्टेशन पर भगदड़ मची थी. जिसमें 36 लोग मारे गए थे.रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है की हालत अब नियंत्रण में है. सूचना मिलते ही अतिरिक्त सुरक्षा बलों और एनडीआरएफ की टीम को रेलवे स्टेशन पर लगा दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोगों की मौत होने पर दुख जताया है. उन्होंने एक्स पर लिखा है.नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से व्यथित हूं.मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ है.जिन्होंने अपने प्रिय जनों को खोया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल शीघ्र स्वस्थ हो.
लालू यादव ने कहा फालतू है कुंभ
पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ पर कहा कि घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. यह रेलवे का कुप्रबंधन है. जिसके कारण इतने सारे लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ का कहां कोई मतलब है. फालतू है कुंभ.”
मुआवजे का हुआ ऐलान
भारतीय रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, वहीं गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल यात्रियों को एक लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है. रविवार सुबह 6 बजे तक, कुल 71 ट्रेनें चलाई गईं और इन ट्रेनों में 1.60 लाख से अधिक यात्री सवार हुए. शनिवार को कुल 339 ट्रेनें चलायी गई और इनमें 14.76 लाख से अधिक यात्रियों ने सफर की. रेलवे ने इस बात की भी पुष्टि की कि सभी निर्धारित ट्रेनें अपने नियमित कार्यक्रम के अनुसार चल रही हैं और विशेष ट्रेनों की व्यवस्था भी की गई है. इसके अलावा, बिना आरक्षण वाली ट्रेनें भी यात्री की मांग के अनुसार चलाई जा रही हैं.

