स्मार्ट मीटर एवं फर्जी मुकदमा के विरोध में भाकपा माले ने निकाला आक्रोश मार्च मांगों के समर्थन में डीएम को सौंपा ज्ञापन






नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के ऐतिहासिक किला मैदान से जिला समाहरणालय तक भाकपा माले ने स्मार्ट मीटर एवं फर्जी मुकदमा के विरोध में आक्रोश मार्च निकाला. जिसका नेतृत्व डुमरांव के विधायक अजीत कुशवाहा ने किया. प्रतिरोध मार्च में सैकड़ो की तादाद में शामिल माले कार्यकर्ताओं ने हाथ में लाल झंडा लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया. यह मार्च पुलिस चौकी, ज्योति चौक, अंबेडकर चौक के रास्ते होकर डीएम कार्यालय पहुंचकर एक नुक्कड़ सभा में तब्दील हो गया. यहां डुमरांव विधायक अजीत कुशवाहा ने संबोधित कर कहा कि केसठ प्रखंड के रामपुर गांव में लंबे समय से बिजली के ट्रांसफार्मर का स्वीच खराब पड़ा है.
ग्रामीणों द्वारा कई बार आवेदन देने के बाद भी विभाग ने उसे बदला नहीं है. पिछले 11 सितंबर को बिजली के खंभे के पास प्रवाहित हो रही विद्युत धारा के चपेट में आने से एक गधा आ गया था. जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई थी. जिस गधे की मौत की खबर देने जब ददन रजक बिजली कार्यालय पहुंचे तो यहां मौजूद कनीय अभियंता ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. इस दुर्व्यवहार की सूचना इन्होंने एससी एसटी थाना बक्सर को दिया.
फिर भी इनके आवेदन पर मुकदमा दर्ज नहीं किया गया. बल्कि बिजली विभाग द्वारा गांव के लोगों पर ही फर्जी प्राथमिकी दर्ज कर दिया गया है. वाकई यह सवाल हैरान करने वाला है.क्या जनता के पास अपनी बात को कहने का अधिकार नहीं है या अधिकारी जनता को मुकदमा में फंसाकर एवं उन्हें डरा धमकाकर उन पर अपना मनमाना चलाना चाहते हैं ? इन सवालों को लेकर हमेशा संघर्ष होता रहेगा. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए भाकपा विधायक अजीत कुमार सिंह ने कहा कि, तनाशाह की तरह बिजली विभाग के अधिकारी जबरन लोगो के घरों में स्मार्ट मीटर लगा रहे है.जनता का दोहन कर रहे है. जिसे हमारी पार्टी कतई बर्दाश्त नही करेगी. जिस तरह से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी आईएएस अधिकारी संजीव हंस, पर ईडी ने आरोप लगाया है की स्मार्ट मीटर एजेंसी ने इस आईएएस को मर्सडीज गाड़ी गिफ्ट किया है.
उससे साफ हो जाता है की मंत्री ने भी पैसा लिया होगा.इसके बाद स्मार्ट मीटर की अनिवार्यता समाप्त करने, जबरन स्मार्ट मीटर लगाने, केसठ प्रखंड के रामपुर गाँव के लोगो व जनप्रतिनिधियों पर बिजली विभाग द्वारा फ़र्ज़ी मुक़द्दमा दर्ज करने, बिजली विभाग द्वारा बेतहाशा फ़ाइन मार आम जनता को आतंकित करने, ख़राब हुए ट्रांसफ़ॉर्मर को बदलने में लगातार हो रही लेट- लतीफ़ी को दूर करने, कृषि कार्य हेतु निर्बाध व मुफ्त बिजली आपूर्ति करने संबंधी मामले को लेकर डीएम अंशुल अग्रवाल को ज्ञापन सौंपा गया.