अहियापुर में अचानक हथियार के साथ पहुंचे हमलावर , दस मिनट में गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल गया गांव





नेशनल आवाज़/बक्सर :- राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में हुई हत्या के मामले में मृतक वीरेंद्र यादव के पुत्र अजीत यादव ने बताया कि सुबह में हम लोग सो रहे थे. तभी अचानक गोली की आवाज सुनकर जब हम लोग बाहर निकले तो चारों तरफ खून से लथपथ लोग तड़प रहे थे.नजदीक पहुंचे तो पिता की मौत हो चुकी थी. आंखों देखा हाल बताते हुए कहा की सुबह के वक्त घर से टहलने के लिए लोग रोड के तरफ जा रहे थे.

कुछ लोग नहर के पुल पर बैठे थे. तभी दो स्कार्पियो पर सवार मनोज यादव ,संतोष यादव एवं इसके गुर्गे सहित लगभग 12 की संख्या में लाइसेंसी एवं अवैध हथियार के साथ पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जब तक कुछ समझ पाते तब तक पिता वीरेंद्र यादव ,चाचा विनोद सिंह एवं सुनील सिंह की भी दर्दनाक मौत हो गई.

जब लोग बचाव के लिए ईंट पत्थर लेकर घर से बाहर निकले तो एक काले रंग की सफारी गाड़ी छोड़कर दूसरी गाड़ी में सवार होकर वे लोग रोहतास की तरफ भाग निकले. घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने इस घटनाक्रम को अंजाम देने के लिए आए इस काले रंग की गाड़ी को भी जप्त कर लिया है.
डीएम ने कहा रद्द होगा शस्त्र लाइसेंस
परिजनों के भारी विरोध के बाद दोपहर बाद पहुंचे डीएम अंशुल अग्रवाल एवं डीआईजी सत्य प्रकाश ने घटनास्थल पर जांच किया. परिजनों के मांग पर इन्होंने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही नियम के अनुकूल लाइसेंसी शस्त्र को भी रद्द किया जाएगा. जहां तक मामला सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से भवन निर्माण को लेकर आ रही है. इसकी भी जांच कर इसके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. डीआईजी सत्य प्रकाश ने कहा कि अगले आदेश तक परिजनों की सुरक्षा के लिए यहां पुलिस बल के जवान एवं मजिस्ट्रेट मौजूद रहेंगे. शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए हर पल इसकी निगरानी की जाएगी.