यूपी सरकार ने रद्द की पुलिस भर्ती परीक्षा








नेशनल आवाज़ :- उत्तर प्रदेश में ली गयी पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने से छात्रों का आंदोलन तीव्र हो गया था.जिससे यूपी की सरकार ने आंदोलन के आगे इस परीक्षा को रद्द कर दिया है.हालांकि परीक्षा के होने के तुरंत बाद से सरकार ने ‘किसी तरह के पेपर लीक से इनकार’ किया था.लेकिन राज्य के अलग-अलग हिस्सों में छात्रों के दबाव और लखनऊ में धरना प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को इस फ़ैसले का एलान किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट लिख कर कहा , “आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने और आगामी छह माह के भीतर फिर से परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं.”योगी आदित्यनाथ ने कहा, “परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है. युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख़्शे नहीं जाएंगे. ऐसे अराजक तत्वों के ख़िलाफ़ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है.”
ये परीक्षा 60,000 से अधिक पदों के लिए आयोजित की गई थी. इसमें पेपर लीक होने के आरोप लगे थे. इसके बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ और प्रयागराज में युवाओं ने प्रदर्शन किए थे.यह परीक्षा इसी महीने 17 और 18 फ़रवरी को यूपी के 75 ज़िलों में आयोजित की गई थी. इस परीक्षा में 48 लाख से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया था.सरकार का कहना है कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड को यह भी निर्देश दिए हैं, “जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है उनके विरुद्ध एफ़आईआर दर्ज कर क़ानूनी कार्रवाई की जाए.”
इस पूरे मामले की जांच उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ़ को सौंपने का फ़ैसला लिया गया है. राज्य सरकार ने कहा है कि दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.